समग्र मृत्यु डेटा में संशोधन कैसे करें?

भारत सरकार द्वारा समाज के गरीब, वंचित और जरूरतमंद वर्ग के लिए संचालित समग्र सामाजिक सुरक्षा मिशन (SSSM) के तहत हर नागरिक की एक विशिष्ट पहचान बनाई जाती है – जिसे हम समग्र ID के नाम से जानते हैं।

इस पहचान प्रणाली के ज़रिए व्यक्ति और उनके परिवार की सामाजिक स्थिति, आर्थिक श्रेणी, सरकारी योजनाओं से पात्रता और अन्य महत्वपूर्ण आंकड़े एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर दर्ज किए जाते हैं। ऐसे में यदि किसी परिवार के सदस्य की मृत्यु हो जाती है, तो उस जानकारी को समग्र पोर्टल पर अपडेट करना अनिवार्य हो जाता है।

इस लेख में हम “समग्र मृत्यु डेटा में संशोधन” की प्रक्रिया को विस्तार से समझेंगे – चाहे वो गलत तरीके से मृत घोषित किए गए व्यक्ति का डेटा सुधारना हो या वास्तविक मृत्यु के बाद अपडेट करना

समग्र मृत्यु डेटा में संशोधन क्यों जरूरी होता है?

  1. सरकारी योजनाओं की पारदर्शिता के लिए – मृत व्यक्ति के नाम पर योजनाओं का लाभ न मिले।
  2. परिवार की वास्तविक सदस्य संख्या अपडेट रखने के लिए
  3. डुप्लिकेट रिकॉर्ड हटाने के लिए
  4. यदि कोई व्यक्ति गलती से मृत घोषित हो गया है तो उसका सुधार करना बेहद आवश्यक होता है – वरना वह किसी भी सरकारी योजना या सुविधा का लाभ नहीं उठा सकेगा।

मृत्यु डेटा में संशोधन के प्रकार

  1. सदस्य की मृत्यु हो चुकी है लेकिन समग्र पोर्टल पर अभी भी सक्रिय है
  2. गलती से जीवित व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया गया है

इन दोनों ही स्थितियों में डेटा संशोधन करना आवश्यक होता है लेकिन दोनों की प्रक्रिया थोड़ी अलग होती है।

समग्र पोर्टल पर लॉगिन की जरूरत क्यों होती है?

मृत्यु डेटा को अपडेट करने के लिए परिवार समग्र ID और सदस्य की समग्र ID आवश्यक होती है। साथ ही, सत्यापन के लिए आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर या ओटीपी सिस्टम के माध्यम से लॉगिन किया जाता है। समग्र पोर्टल आम नागरिकों को स्वयं कई सुविधाएं प्रदान करता है।

आवश्यक दस्तावेज़

दस्तावेज़क्यों ज़रूरी है
मृत्यु प्रमाण पत्र (Death Certificate)वास्तविक मृत्यु का प्रमाण
समग्र ID (परिवार और सदस्य)पहचान के लिए
आधार कार्डपहचान और सत्यापन के लिए
मोबाइल नंबरOTP के माध्यम से लॉगिन
जीवित प्रमाण पत्र (विशेष केस में)यदि गलती से मृत दिखा दिया गया हो
शपथ पत्र (Notarized)कभी-कभी स्थिति के अनुसार मांगा जाता है

समग्र मृत्यु डेटा में संशोधन की प्रक्रिया

तरीका 1: ऑनलाइन प्रक्रिया (Official Samagra Portal)

2025 में समग्र पोर्टल ने मृत्यु डेटा संशोधन की ऑनलाइन सुविधा चालू कर दी है। आप नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके यह काम घर बैठे कर सकते हैं:ऑनलाइन प्रक्रिया: चरण-दर-चरण

  1. समग्र पोर्टल खोलें
    https://samagra.gov.in
समग्र मृत्यु डेटा में संशोधन कैसे करें
  1. “समग्र प्रोफाइल अपडेट करें” सेक्शन में जाएं
    – यहाँ आपको “मृत्यु डेटा में संशोधन” का विकल्प मिलेगा।
मृत्यु डेटा में संशोधन
  1. उस विकल्प पर क्लिक करें
  2. अब एक फॉर्म खुलेगा, जिसमें निम्नलिखित विवरण भरना होगा:
    • मृत सदस्य की समग्र ID
मृत्यु डेटा में संशोधन
  1. मोबाइल OTP द्वारा सत्यापन करें
  2. फॉर्म सबमिट करें
  3. जिला समन्वयक द्वारा सत्यापन के बाद सदस्य की स्थिति ‘मृत’ के रूप में अपडेट कर दी जाएगी।

समय सीमा:

सामान्यतः 7–10 कार्यदिवसों के भीतर अपडेट हो जाता है, लेकिन दस्तावेज़ों की वैधता और जिला कार्यालय की पुष्टि पर निर्भर करता है।

तरीका 2: ऑफलाइन प्रक्रिया (जन सेवा केंद्र/CSC के माध्यम से)

कुछ मामलों में ऑनलाइन फॉर्म रिजेक्ट हो सकता है या अपलोडिंग में समस्या हो सकती है, तब आप ऑफलाइन प्रक्रिया अपना सकते हैं।

चरण-दर-चरण ऑफलाइन प्रक्रिया:

  1. नजदीकी CSC या जन सेवा केंद्र पर जाएं
  2. उन्हें बताएं कि आपको समग्र आईडी में मृत्यु डेटा में संशोधन करना है
  3. अपने दस्तावेज़ दें:
    • समग्र ID
    • मृत्यु प्रमाण पत्र
    • आधार कार्ड
    • आवेदन पत्र
  4. CSC ऑपरेटर पोर्टल पर लॉगिन करके आपके behalf में फॉर्म भरता है
  5. सबमिशन के बाद आपको रसीद/पावती मिलती है
  6. जिला समन्वयक द्वारा अनुमोदन के बाद अपडेट हो जाता है

अगर कोई व्यक्ति गलती से मृत घोषित कर दिया गया हो तो?

यह एक संवेदनशील और विशेष केस होता है और इसके लिए अलग प्रक्रिया अपनाई जाती है:

सुधार की प्रक्रिया:

  1. जिला कार्यालय/SDM से संपर्क करें
  2. “जीवित प्रमाण पत्र” प्राप्त करें (तहसीलदार या राजपत्रित अधिकारी द्वारा हस्ताक्षरित)
  3. शपथ पत्र (Affidavit) बनवाएं
  4. सभी दस्तावेजों के साथ पुनः आवेदन करें (CSC या पोर्टल से)
  5. जिला स्तर पर पुनः सत्यापन के बाद व्यक्ति की स्थिति ‘जीवित’ कर दी जाती है

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1: क्या मृत्यु डेटा ऑनलाइन अपडेट किया जा सकता है?

हाँ, समग्र पोर्टल पर अब “मृत्यु डेटा में संशोधन” का विकल्प मौजूद है, जहाँ से आम नागरिक भी अनुरोध दर्ज कर सकते हैं।

Q2: मृत्यु डेटा अपडेट होने में कितना समय लगता है?

7 से 15 कार्यदिवस लग सकते हैं, अनुमोदन प्रक्रिया पर निर्भर करता है।

Q3: मृत्यु प्रमाण पत्र अनिवार्य है?

हाँ, यह सबसे जरूरी दस्तावेज़ है।

Q4: अगर ऑनलाइन फॉर्म रिजेक्ट हो जाए तो क्या करें?

जन सेवा केंद्र जाकर पुनः ऑफलाइन प्रक्रिया अपनाएं।

निष्कर्ष

समग्र पोर्टल में मृत्यु डेटा को सही रूप से अपडेट करना केवल तकनीकी कार्य नहीं, बल्कि परिवार की सामाजिक पहचान और सरकारी योजनाओं से जुड़ी पात्रता की रक्षा करने जैसा है। 2025 में सरकार ने इस प्रक्रिया को और आसान बना दिया है, जिससे आप अब ऑनलाइन या जन सेवा केंद्र के माध्यम से भी यह काम आसानी से कर सकते हैं।

याद रखें: सटीक जानकारी, सही दस्तावेज़ और धैर्य – यही तीन चीज़ें इस प्रक्रिया को सफल बनाती हैं।

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